नई दिल्ली। लंबे समय से जेवर (Jevar) में एयरपोर्ट (Jever Airport) बनाने की चर्चा चल रही थी, अब ये हकीकत का रूप लेने वाला है. बुधवार को नोएडा (Noida) में उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट (Noida International Airport), जेवर के विकास के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (Zurich Airport International) ए जी के प्रतिनिधियों के साथ ‘कंसेशन एग्रीमेंट’ पर दस्तखत कर दिए.
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को मिल गया कंस्ट्रक्शन का लाइसेंस
इस करार के बाद ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (Zurich Airport International) को 40 साल के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का डिजाइन, कंस्ट्रक्शन और संचालन करने का लाइसेंस मिल गया है. इस एयरपोर्ट के बनने के बाद नोएडा, ग्रेटर, गाजियाबाद समेत आस-पास के कई जिले के लोगों को फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) नहीं जाना होगा.
शानदार होगा नोएडा एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट दुनिया की बेहतरीन और नवीन तकनीक से बनेगा. नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट, जेवर (Noida International Airport) पूरी तरह से डिजिटल होगा. इस एयरपोर्ट पर मुसाफिरों को कस्टमाइज्ड सुविधाएं मिलेंगी, यानी यात्रियों की जरूरत के हिसाब से सारी सुविधाएं दी जाएंगी. यह एयरपोर्ट अपनी श्रेणी में पहला नेट जीरो एमीशन एयरपोर्ट होगा जो एविएशन के लिए नए मानदंड स्थापित करेगा.
कितना आएगा खर्च
गौरतलब है कि जेवर में एयरपोर्ट (Jevar Airport) के लिए 6 गांवों के 5926 किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इन गांवों में रन्हेरा, रोही, पारोही, बनवारीवास, किशोरपुर, दयानतपुर गांव शामिल हैं. करीब 1,339 हेक्टेयर में बनाए जाने वाले इस हवाईअड्डे पर करीब 29,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी.