मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) (आरआईएल) (RIL) ने एक इनविट (Invite) ढांचे के जरिये अपने फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क (Fiber optic network) से कमाई की प्रक्रिया आज शुरू कर दी। कंपनी का इनविट डिजिटल फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (डीएफआईटी) निवेशकों को यूनिट जारी कर 14,700 करोड़ रुपये और कर्ज के जरिये 25,000 करोड़ रुपये जुटाएगा। रकम का इस्तेमाल फाइबर ऑप्टिक कंपनी (Fiber optic Company) का कर्ज खत्म करने में होगा। फाइबर ऑप्टिक कारोबार में 51 फीसदी हिस्सेदारी इनविट की और बाकी आरआईएल की होगी।
इनविट में निवेश का न्योता देकर
बाजार नियामक को भेजे दस्तावेज के मुताबिक इनविट में निवेश का न्योता देकर और निवेशकों को यूनिट जारी कर रकम जुटाई जाएगी। आरआईएल के प्रवक्ता ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। फाइबर ऑप्टिक कंपनी पहले आरआईएल की सहायक कंपनी रिलायंस जियो (Reliance JIO) का हिस्सा थी और उस पर फिलहाल 87,296 करोड़ रुपये का कर्ज है।
15 फीसदी यूनिट रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स को
दस्तावेज के मुताबिक प्रायोजक होने के नाते निर्गम के बाद 15 फीसदी यूनिट रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स ऐंड होल्डिंग्स लिमिटेड (Reliance Industrial Investments and Holdings) को दी जाएंगी। यूनिट की लॉक इन अवधि तीन साल होगी। ट्रस्ट में रिलायंस प्रोजेक्ट्स ऐंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड की 44 फीसदी हिस्सेदारी हेागी और 24 फीसदी यूनिट यूटिलिटी पावर प्राइवेट लिमिटेड (Utility Power Private Limited) के पास रहेंगी। दस्तावेज के मुताबिक बाकी यूनिट सिक्का पोट्र्स को जारी की जाएंगी।