अलवर नगर परिषद आवारा पशुओं की सूध नहीं ले रहा, पकडऩे के लिए कर्मचारियों की फौज है विभाग में
रोहित शर्मा. अलवर. नगर परिषद अलवर द्वारा काम में लापरवाही दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। शहर में कचरे के संग्रह में एक गाय बीमारी से तड़प रही थी परंतु नगर परिषद को सूचना देने के बावजूद भी कर्मचारी शाम तक सूध लेने नहीं आए। मामला यूआईटी अलवर के बाहर का है जहां पर एक गाय बीमारी की हालत में तड़प रही थी और राहगीरों में हमारे संवाददाता रोहित शर्मा ने जब उसे देखा तो तुरंत नगर परिषद अलवर में शिकायत दर्ज कराते हुए गाय को उठाने का आग्रह किया परंतु जब विभाग के कर्मचारी नहीं आए तो नगर परिषद में सभी ने जाकर सूचना दी। विभाग ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन तो दिया परंतु आठ घंटे तक सूध नहीं ली। गौरतलब है कि पशुओ को पकडऩे के लिए विभाग के करीबन 12 से 15 कर्मचारी लगे हुए हैं और कई गाडिय़ां भी चल रही है बावजूद भी विभाग लापरवाही बरत रहा है।
पालतू जानवर से मिल रहा राजस्व- नगर परिषद अलवर द्वारा आवारा गायों को पकडऩे का अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत पकड़ी हुई गायों को छोडऩे की एवज में मालिकों को 1600 रूपए की रसीद कटवानी होती है साथ ही 100 रूपए का शपथ पत्र भी देना होता है परंतु यूआईटी अलवर के बाहर ही तड़पने वाले आवारा पशु की सूध तक नहीं ली गई। आवारा पशु को कोई छुड़ाने नहीं आता और इससे सरकार को कोई राजस्व भी नहीं मिलता शायद इसी वजह से विभाग के कर्मचारी लापरवाही कर जाते हैं।