मुंबई। देश में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सोने की मांग (Gold demand) में 70 प्रतिशत तक कमी आई है। पिछले 11 वर्षों में यह पहला मौका है जब किसी तिमाही में सोने की मांग (Gold demand) इतनी कम हो गई। कोविड-19 (Covid-19) के कारण देश में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान खुदरा आभूषण दुकानें एवं फैक्टरियां (Retail Jewelry Shops & Factories) बंद रहीं, जिससे सोने की खरीदारी (Gold Purchases) पर गहरी चोट पड़ी। इतना ही नहीं, Covid-19 के कारण बाजार में जोखिम बढऩे के साथ ही सोने की कीमतें तेजी से भागने लगीं। जून तिमाही में भारत में आभूषणों की मांग 44 टन रही, जो अब तक का सबसे कमजोर आंकड़ा है।
चीन में सोने की मांग में सुधार दिखा
भारत के उलट जून तिमाही के दौरान चीन में सोने की मांग में सुधार दिखा। वहां मार्च तिमाही में 52 प्रतिशत फिसलने के बाद जून तिमाही में मांग में कमी 33 प्रतिशत पर सिमट कर 90.9 टन पर रह गई। इन दोनों देशों में Gold की मांग कम रहने से वैश्विक स्तर पर सोने की मांग पर जबरदस्त चोट पड़ी। वैश्विक स्तर पर जून तिमाही में Jewelry के लिए सोने की मांग आधी होकर 251 टन रह गई।
2009 में भारत में सोने की मांग रही थी कम
वल्र्ड गोल्ड काउंसिल (World gold council) के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून में भारत में सोने की मांग 63.7 टन रही। इससे पहले लीमन संकट (Leman Crisis) के बाद 2009 में भारत में सोने की मांग 40 टन रह गई थी। तब से पिछले 11 वर्षों के दौरान किसी एक तिमाही में भारत में Gold की मांग में इतनी कमी नहीं देखी गई थी। जून तिमाही में भारत में मात्र 11.6 टन सोने का आयात हुआ। निवेश के लिहाज से Gold की खरीदारी भी 56 प्रतिशत कम होकर 19.8 टन रह गई।
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