नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी के कारण बिगड़े रोजगार परिदृश्य में सुधार की संभावना निकट भविष्य में नहीं दिखाई देती, क्योंकि FICCI द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला है कि विनिर्माण क्षेत्र की अधिकांश कंपनियां अगले तीन महीनों में श्रमिकों की भर्ती नहीं करने वाली हैं। विनिर्माण क्षेत्र देश में एक बड़ा नियोक्ता है।
85 प्रतिशत प्रतिभागियों ने भर्ती से इंकार
भारतीय विनिर्माण क्षेत्र पर अप्रैल-जून तिमाही के लिए किए गए फिक्की के तिमाही सर्वेक्षण में पता चला है कि इस क्षेत्र के लगभग 85 प्रतिशत प्रतिभागियों ने अगले तीन महीनों तक अतिरिक्त श्रमशक्ति की भर्ती करने से इंकार किया है। सर्वे में इस सेक्टर की बहुत खराब तस्वीर सामने आई है, क्योंकि मात्र 10 प्रतिशत प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2020-21 की प्रथम तिमाही में उत्पादन में वृद्धि की बात कही है।
उच्च उत्पादन 10 प्रतिशत हो गया
फिक्की के सर्वे में कहा गया है, वित्त वर्ष 2020-21 की प्रथम तिमाही में उच्च उत्पादन दर्ज कराने वाले प्रतिभागियों का प्रतिशत वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही की तुलना में काफी घट गया है। अप्रैल-जून 2020 के दौरान उच्च उत्पादन दर्ज कराने वाले प्रतिभागियों का अनुपात घटकर मात्र 10 प्रतिशत हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में यह 15 प्रतिशत था। इस सर्वे में बड़े और एसएमई खंड, दोनों में 300 से अधिक इकाइयों को शामिल किया गया, जिनके वार्षिक संयुक्त कारोबार 2.5 लाख करोड़ रुपये के हैं।