नंबर वन की श्रेणी में आ रहा है अलवर का नाम
रोहित शर्मा. अलवर. पूरे प्रदेश में शांति व्यवस्था के लिए जिस शहर का नाम सबसे पहले आया करता था आज उस शहर को क्राइम की दृष्टि से सबसे पहले देखा जा रहा है। लूट, डकैती, ऑनलाइन ठगी जैसी कई वारदातों को खोलने समेत अन्य मामलों में अलवर पुलिस प्रदेश में सबसे पिछड़ी रही। परफॉरमेंस मैनेजमेंट सिस्टम में शहर में एसपी रहे राहुल प्रकाश को सबसे निचले पायदान ४०वें नंबर पर रखा गया है। अलवर में पिछले दिनों हुए क्राइम के मामलों में बढ़ोतरी अैर गौ हत्या के मामले ने इतना तूल पकड़ा कि अब क्राइम का गढ़ बन चुका है। वर्ष २००६ में अलवर में हुए जर्मनी की छात्रा से दुष्कर्म मामले का निपटारा फास्ट ट्रेक कोर्ट ने १४ दिनों के भीतर किया था, उस समय इस शहर में न्यूज चेनल्स की गाडिय़ां नई दिल्ली से आई थी परंतु आज आए दिन यहां पर न्यूज चेनल्स की गाडिय़ां रहती है। अलवर के बारे में कभी टूरिज्म के लिए बात होती थी परंतु अब अलवर में होने वाले क्राइम को लेकर ही चर्चा हो रही है। अगर इस शहर की हालत ऐसी ही रही तो वो दिन दूर नहीं जब टूरिस्ट यहां आने से घबराएंगे और यहां के निवासी बाहर जाने से डरेंगे। राजस्थान पुलिस को जल्द ही अलवर की हालत की सूध लेनी होगी जिससे ये शहर पहले की तरह सुख-शांति से रहने वाला शहर बन सके।
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