जयपुर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) की प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया है। वित्त मंत्री ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ (Garib Kalyan Rojgar Abhiyan) के बारे में जानकारी दे रही। प्रेस से बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में प्रवासी श्रमिक लौटे हैं। उन्होंने कहा कि 116 जिलों में प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है। उन्होंने बताया कि सरकार की 25 योजनाओं के तहत इन श्रमिकों को चिह्नित जिलों में रोजगार दिया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि देश भर के श्रमिक लॉकडाउन शुरू होने के बाद अपने गांव वापस जाना चाहते थे और केंद्र व राज्य सरकारों ने इसकी व्यवस्था की।
छह राज्यों के 116 जिलों से थे प्रवासी मजदूर
उन्होंने कहा कि हमने पाया है कि लॉकडाउन (lockdown) के दौरान घर वापस लौटने वाले श्रमिक मुख्यत: छह राज्यों के 116 जिलों से थे। इन राज्यों में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडिशा और राजस्थान हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि 125 दिन के अंदर इन 116 जिलों के लिए सरकार की करीब 25 योजनाओं को गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyan) के तहत लाएगी और और इन 125 दिनों में हर योजना को उसके उच्चतम स्तर पर लेकर जाएंगे।
मोदी 20 जून को करेंगे गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना लॉन्च
सीतारमण ने कहा कि देश भर के श्रमिक राष्ट्रव्यापी बंद शुरू होने के बाद अपने गांव वापस जाना चाहते थे, जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य ने शहरों से गांव लौटे इन श्रमिकों की स्किल की मैपिंग की है। वित्तमंत्री ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना संकट (Corona crisis) के दौरान देश में लागू राष्ट्रव्यापी बंद में प्रवासी मजदूर शहर छोड़कर अपने गांव चले गए और छह राज्यों के 116 जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर शहरों से लौटे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों ने इन श्रमिकों की स्किल की मैपिंग की है। सीतारमण ने जानकारी दी कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खगड़िया जिले से रोजगार अभियान शुरू कर रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना लॉन्च करेंगे।