मुंबई। वाई कॉम्बिनेटर की शुरुआती दिनों की नीति की तर्ज पर बनाए गए भारत के 9 यूनिकॉर्न एसेलरेटर फंड (9 unicorns Accelerator fund) (9 यूनिकॉन्र्स) ने 100 करोड़ रुपए का अपना पहला फंड हासिल करने की घोषणा की है। इस फंड का निवेश 100 से अधिक शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स में किया जाएगा, जिसका लक्ष्य लाभकारी स्टार्टअप्स की जल्दी पहचान करके उनमें पहले निवेश करना होगा।
वीकैट्स एक शुरुआती स्तर का निवेशक
9 यूनिकॉन्र्स (9 unicorns) की स्थापना वेंचर कैटालिस्ट्स (वीकैट्य) के संस्थापकों. डॉ. अपूर्व रंजन शर्मा, अनुज गोलेचा, अनिल जैन और गौरव जैन ने की है। वे भारत में 75 से अधिक घरेलू स्टार्टअप्स के पोर्टफोलियो में से 30 मल्टी-बैगर्स के एक अनूठे ट्रैक रिकॉर्ड को पहले ही उजागर कर चुके है, जिसमें भारतपे, बियरडो, पीसेफ और फाइंड जैसे स्टार्टअप शामिल है, जिनमें वीकैट्स एक शुरुआती स्तर का निवेशक था। शर्मा ने कहा कि भारतीय उद्यमियों पर दांव लगाने का आज से ज्यादा कोई बेहतर समय नहीं है।
अधिकांश स्टार्टअप संघर्ष करते
हम ऐसे स्टार्टअप्स में उछाल देख रहे है, जो भारत के विभिन्न हिस्सों में पैदा हुई भारतीय और वैश्विक समस्याओं को हल करने पर केन्द्रित रहते हैं। मुझे उम्मीद है कि भारत में यूनिकॉर्न की संख्या 4 गुना बढ़ जाएगी, जिनकी संख्या आज 36 है, वे आगे चलकर 140 हो जाएंगे। भारत में पहले दौर का फंड हासिल करने के लिए अधिकांश स्टार्टअप संघर्ष करते हैं। वे पूंजी के लिए ज्यादातर दोस्तों और परिवार पर निर्भर रहते हैं।