जयपुर। राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एंजेसी (Rajasthan State Health Assurance Agency) की 8वीं गवर्निंग बाडी की बैठक मंगलवार को शासन सचिवालय में मुख्य सचिव ऊषा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। मुख्य सचिव ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अब तक योजना से प्रदेश के 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा परिवार जुड़ चुके हैं। उन्होंने इस बात पर भी विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की कि योजना में पंजीकृत परिवारों में से 93 प्रतिशत से ज्यादा परिवारों ने मंहगाई राहत कैम्पों में रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। उन्होंने निर्देश दिए कि जो परिवार अब भी योजना में पंजीकृत होने से वंचित रह गये है उन्हें योजना से जोड़ा जाए। मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति और बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की और प्रगति पर संतुष्टि जाहिर की।
योजना में अब तक 4965 करोड़ से ज्यादा की राशि व्यय
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने बताया कि योजना में अब तक 4965 करोड़ से ज्यादा की राशि व्यय कर 44 लाख 95 हजार से ज्यादा मरीजों को कैशलेस उपचार का लाभ दिया जा चुका है। उन्होंनें बताया कि बजट घोषणा की अनुपालना में योजना से जुड़े लोगों को राज्य से बाहर अंग प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए विभाग के द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। अब योजना से जुड़ा कोई भी व्यक्ति राज्य के बाहर भी अंग प्रत्यारोपण करवाकर योजना का लाभ ले सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य के बाहर अंग प्रत्यारोपण के लिए जाने वाले मरीज व उसके एक सहयोगी के हवाई जहाज से आने-जाने के लिए 1 लाख रुपये तक की राशि के पुनर्भरण का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बजट घोषणाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस दौरान राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती शुचि त्यागी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गौरव सैनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।