Jaipur. चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 जनवरी तक सरकार का रिफंड के बाद नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (net direct tax collection) 19.55 प्रतिशत बढ़ा है। यह वित्त वर्ष 23 के बजट अनुमान के 86.68 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बुधवार को जारी वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 10 जनवरी तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (gross direct tax collection) 24.58 प्रतिशत बढ़कर 14.71 करोड़ रुपये हो गया है। इस अवधि के दौरान शुद्ध कर संग्रह 12.31 लाख करोड़ रुपये रहा है, जबकि वित्त वर्ष 23 के बजट में 13 लाख करोड़ रुपये संग्रह का लक्ष्य रखा गया है।
राजकोषीय घाटा बजट के लक्ष्य से 80,000 करोड़ रुपये!
इक्रा रेटिंग्स में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह बजट अनुमान से 2.2 लाख करोड़ रुपये अधिक होगा। उन्होंने कहा, ‘हम प्रत्यक्ष कर और सीजीएसटी (Direct Taxes and CGST) (केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर) में भारी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। इससे ज्यादातर अतिरिक्त व्यय की भरपाई हो जाएगी। राजकोषीय घाटा बजट के लक्ष्य से 80,000 करोड़ रुपये ऊपर जा सकता है, लेकिन ज्यादा नॉमिनल जीडीपी वृद्धि की वजह से यह जीडीपी के 6.4 प्रतिशत तक सीमित रहेगा।’
वित्त वर्ष 2023 के लिए अग्रिम अनुमान जारी
पिछले सप्ताह वित्त वर्ष 2023 के लिए अग्रिम अनुमान जारी किया गया था। इसमें नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 15.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में बजट में 11.1 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया गया था।