जयपुर। कोरोना वायरस संकट की वजह से टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में 3.8 करोड़ नौकरियां जा सकती हैं। दि फेडरेशन ऑफ एसोसिएसन इन इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी नाम के समूह ने यह बात कही है। समूह ने यह भी कहा कि इस सेक्टर के प्रभावित कर्मचारियों की सहायता के लिए एक सपोर्ट फंड होना चाहिए, जिसके तहत कर्मचारियों को सीधे तौर पर 12 महीने की बेसिक सैलरी दी जाए।
70 प्रतिशत लोगों की नौकरी जाने का खतरा
समूह ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘इस महामारी की वजह से पूरे भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री पर दिवालिया हो जाने, बिजनेस बंद हो जाने और बड़ी संख्या में नौकरियां जाने का खतरा मंडरा है।’ समूह का कहना है कि भारत में टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में करीब 5.5 करोड़ लोग काम करते हैं। इनमें से 70 प्रतिशत लोगों की नौकरी जाने का खतरा है। समूह ने यह भी बताया कि कर्मचारियों को निकालना अभी से शुरू हो गया है। समूह ने प्रधानमंत्री मोदी से 12 महीनों के लिए टूरिज्म सेक्टर पर जीएसटी हटाने की मांग की है। समूह का कहना है कि ऐसा होने पर विभिन्न बिजनेसेस के दिवालिया होने का खतरा कम हो जाएगा। समूह ने स्थिति पर नजर रखने के लिए एक नेशनल टूरिज्म सेक्टर टास्क फोर्स के गठन का भी अनुरोध किया है।