दीक्षांत समारोह में 334 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई, मुख्य अतिथि- सुश्री स्वाति दलाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, एबॉट इंडिया लिमिटेड, विशिष्ट अतिथि- डॉ. महनाज़ वहीदी, साइंटिस्ट, रिसर्च कैपेसिटी स्ट्रेंथनिंग टीडीआर, ट्रॉपिकल रोगों में रिसर्च और ट्रेनिंग के लिए विशेष कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिनेवा, स्विट्जरलैंड, 8 छात्रों को उनकी शानदार परफ़ोर्मेंस के लिए पदक प्रदान किए गए।
जयपुर. देश में अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने जयपुर, राजस्थान के अपने परिसर में आज वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर 334 छात्रों को उपाधि प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि सुश्री स्वाति दलाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, एबॉट इंडिया लिमिटेड और विशिष्ट अतिथि डॉ. महनाज़ वाहेदी, साइंटिस्ट, रिसर्च कैपेसिटी स्ट्रेंथनिंग टीडीआर, ट्रॉपिकल रोगों में रिसर्च और ट्रेनिंग के लिए विशेष कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिनेवा, स्विट्जरलैंड ने विद्यार्थियों को उनकी डिग्री प्रदान की। इस गरिमापूर्ण दीक्षांत समारोह में आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन श्री सुदर्शन जैन और आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी भी शामिल हुए।
इस ऐतिहासिक समारोह में हॉस्पिटल और हेल्थ मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट, और डेवलपमेंट मैनेजमेंट में पीएच डी और एमबीए कार्यक्रमों के स्नातक समूहों को डिग्री प्रदान की गई। कुल 8 छात्रों को पीएच डी की उपाधि, 208 छात्रों को एमबीए (हॉस्पिटल और हेल्थ मैनेजमेंट), 105 छात्रों को एमबीए (फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट) और 13 छात्रों को एमबीए (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) की डिग्री प्रदान की गई।
स्वागत भाषण देते हुए और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने कहा, ‘‘मैं ग्रेजुएशन पूरा करने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई देता हूं। आपकी कड़ी मेहनत को मान्यता देना आईआईएचएमआर के लिए बहुत खुशी की बात है। हमें यह घोषणा करते हुए भी गर्व है कि आईआईएचएमआर ने अपना 40 वर्ष का सफर पूरा कर लिया है। विश्वविद्यालय में हम एक साथ आगे बढ़ने की फिलॉस्फी पर मजबूती से यकीन करते हैं। इसलिए, हमारे विश्वविद्यालय ने विभिन्न स्तरों पर सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सहयोग की पहल की है और इस तरह हमने अपने समुदाय की भलाई सुनिश्चित करने के लिए लगातार कदम उठाए हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘वर्ष 2023-24 के दौरान हमने वर्तमान और भविष्य की बाजार आवश्यकताओं के अनुसार स्कूल ऑफ डिजिटल हेल्थ की स्थापना भी की है। इसलिए, मुझे विश्वास है कि आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवा से संबंधित ईको सिस्टम में बदलाव लाने में अवश्य कामयाब रहेगा। इस अवसर पर मैं आज डिग्री हासिल करने वाले सभी छात्रों को यही सलाह देना चाहता हूं कि वे ईमानदारी, करुणा और उत्कृष्टता के मूल्यों को कायम रखें।’’
अपने विचारवान वक्तव्य से छात्रों को प्रेरित करते हुए, एबॉट इंडिया लिमिटेड की मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री स्वाति दलाल ने कहा, ‘‘इस प्रतिष्ठित संस्थान के पास हेल्थ मैनेजमेंट और इससे संबंधित रिसर्च के क्षेत्र में उत्कृष्टता की एक शानदार विरासत है। मैं आप सभी को ग्रेजुएट होने पर बधाई देती हूँ और यही कहना चाहती हूं कि अपनी उपलब्धियों पर गर्व करें, क्योंकि यह न केवल आपके व्यक्तिगत विकास को दर्शाती हैं, बल्कि भारत में स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को आकार देने की आपकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है। जैसे ही आप पेशेवर दुनिया में कदम रखते हैं, याद रखें कि आपने यहाँ जो ज्ञान प्राप्त किया है, वह स्वास्थ्य सेवा उद्योग में सार्थक प्रभाव डालने के लिए आपके लिए ठोस आधार का काम करेगा। आप एक ऐसी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं जो टैैक्नोलॉजी के मामले में बहुत आगे है और जो अपने जीवन में तकनीक को सहजता से इंटीग्रेट कर सकते हैं। हमें विश्वास है कि टैक्नोलॉजी की शक्ति का फायदा उठाते हुए आप देश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे।’’
डॉ. महनाज़ वहीदी, साइंटिस्ट, रिसर्च कैपेसिटी स्ट्रेंथनिंग टीडीआर, ट्रॉपिकल रोगों में रिसर्च और ट्रेनिंग के लिए विशेष कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिनेवा, स्विट्जरलैंड ने कहा, ‘‘ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थियों के सामने खड़ा होना मेरे लिए एक अविश्वसनीय सम्मान की बात है। आपके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए वाकई आप सब बधाई के हकदार हैं। आप सभी ने अपनी यात्रा में चुनौतियों का सामना किया है और आज आप विजयी हैं।’’
उन्होंने छात्रों को सलाह देते हुए कहा, ‘‘हमेशा बदलते बाजार में प्रासंगिक बने रहने के लिए आजीवन सीखने के लिए तैयार रहें। जिम्मेदारी के साथ नेतृत्व की भूमिकाएँ निभाएँ। और सबसे महत्वपूर्ण बात, दयालु और विनम्र बनें। कल की समस्याओं के लिए हमें इनोवेशन और रचनात्मकता का रास्ता अपनाना होगा। और साथ ही यह भी याद रखें कि आपके द्वारा बनाए गए रिश्ते आपकी सफलता का अभिन्न अंग होंगे।’’
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन श्री सुदर्शन जैन ने कहा, ‘‘आज यहां आकर वास्तव में खुशी हो रही है। आप भाग्यशाली हैं कि आप स्वास्थ्य सेवा के एक अग्रणी संस्थान से वास्तविक दुनिया में कदम रख रहे हैं और बदलाव के अगुवा बनने जा रहे हैं। जहां तक इस सदी का संबंध है, यह सबसे रोमांचक क्षेत्र होने जा रहा है। इस दौर में निश्चित तौर पर स्वास्थ्य सेवा उद्योग बहुत चुनौतीपूर्ण होगा। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए दो महत्वपूर्ण गुणों की आवश्यकता होगी- विकास की मानसिकता और सीखने की क्षमता। अगर हम इन दोनों का साथ नहीं छोड़ेंगे, तो सफलता निश्चित तौर पर हासिल होगी।’’
इस अवसर पर आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने 8 टॉप अचीवर्स को प्रतिष्ठित ‘श्री वी.पी. अग्रवाल’ स्वर्ण और रजत पदक से सम्मानित किया। स्वर्ण पदक हिमांशी पांडे (हॉस्पिटल मैनेजमेंट), अर्चिता श्रीवास्तव (हेल्थ मैनेजमेंट), पांडे तनुश्री अभय (फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट) और कृष्णा राठौर (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) को मिले। रजत पदक श्वेतांगी कुमार झाखमोला (हॉस्पिटल मैनेजमेंट), कनिका माथुर (हेल्थ मैनेजमेंट), श्रीयानी रॉय (फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट) और बाम्बले आनंद रतन (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) को प्रदान किए गए।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने प्लेसमेंट सीजन में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिसमें सबसे ज्यादा पैकेज 35.62 लाख रुपये प्रति वर्ष और औसत पैकेज 8 लाख रुपये प्रति वर्ष रहा है। बाजार के मुश्किल हालात के बावजूद, यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न संगठनों में उल्लेखनीय पैकेज कि साथ 90 प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल किया है। उल्लेखनीय है कि भर्ती करने वालों की कुल संख्या 60 से अधिक हो गई है, जो आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के मजबूत उद्योग नेटवर्क और एकेडेमिक एक्सीलैंस का माहौल प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।