करीब 11,000 से अधिक टूर ऑपरेटरों के साथ बी2बी बैठकें हुई आयोजित
जयपुर। द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार (The Great Indian Travel Bazaar) (जीआईटीबी 2023) के 12वें संस्करण का मंगलवार को सीतापुर स्थित जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में समापन हुआ। इस दौरान दो दिनों तक ’बायर्स’ और ’सेलर्स’ के लिए नेटवर्किंग के लिए उपयोगी प्लेटफॉर्म मिला। इस मेगा इवेंट में 56 देशों के करीब 283 प्रमुख इनबाउंड फॉरेन टूर ऑपरेटर्स (एफटीओ) ने विदेशी खरीदारों के रूप में भाग लिया। तीन दिवसीय जीआईटीबी का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चौम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस आयोजन में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए.) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एसोसिशंस शामिल हुए।
मार्ट ने पर्यटन क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाई
मार्ट की सफलता के बारे में बात करते हुए, राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि जीआईटीबी बायर्स और सेलर्स को आकर्षित करने में बेहद सफल रहा है। दो दिनों के दौरान करीब 11,000 बी2बी बैठकें आयोजित की हुई। मार्ट में राजस्थान सहित 9 राज्यों के राज्य पर्यटन बोर्ड शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस मार्ट ने पर्यटन क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। यह एफटीओ के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक विजय पाल सिंह ने ट्रैवेल बाजार की सभी स्टालों का विजिट किया। साथ ही इस नेटवर्किंग इवेंट को प्रभावी और सफल बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
जीआईटीबी स्टैंड-अलोन होटलों के लिए एक उत्कृष्ट नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म
फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के चेयरमैन और इंडियन हेरिटेज होटल एसोसिएशन (आईएचएचए) के अध्यक्ष रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि जीआईटीबी स्टैंड-अलोन होटलों के लिए एक उत्कृष्ट नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म रहा है, जहां विदेशी खरीदारों के साथ बातचीत और एक ही मंच पर सभी हितधारकों से मिला जा सकता है। खरीदारों के बीच जीआईटीबी की देश में आयोजित अन्य मार्टों की तुलना में खास पहचान है। यहां सेलर्स चुन सकते हैं कि वे किन पार्टियों से जुड़ने में रुचि रखते हैं और उसी के अनुसार अपनी बैठकें पूर्व-निर्धारित करते हैं।
बायर्स के लिए फैम टूर्स भी आयोजित
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) के प्रेसिडेंट महेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि आने वाले बायर्स के लिए फैम टूर्स भी आयोजित किए गए हैं, जिनमें कुल 60 टूर ऑपरेटर्स शामिल होंगे। ये तीन यात्रा कार्यक्रम हैं- जयपुर-जोधपुर-जैसलमेर-बीकानेर; जयपुर-सरिस्का-रणथंभौर और जयपुर-उदयपुर-देवगढ़-पुष्कर। बुधवार (26 अप्रैल) को सुबह जयपुर के स्पाइस कोर्ट से इनकी शुरूआत होगी।
स्टेट पेवेलियन पर दी राज्यों की पर्यटन विशेषताओं की जानकारी-
ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार में देश के कुछ राज्यों की ओर से लगाए गए स्टेट पवैलियन में अपनी-अपनी पर्यटन विशेषताओं की जानकारी दी गई, जिसमें राजस्थान, उत्तराखंड, केरल, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और तमिलनाडु कुछ प्रमुख राज्य हैं। मार्ट में प्रवेश करते ही मेजबान राज्य, राजस्थान का पवैलियन राजस्थानी लोक संगीत की धुनों के साथ आकर्षण का केंद्र रही। यहां राज्य की सफारी, रूरल टूरिज्म, नए होटल्स, हेरिटेज होटल्स एवं साइट्स और फेयर फेस्टिवल को प्रमोट किया गया। केरल पेवेलियन की बात करें तो यहां केरला टूरिज्म एंड डवलपमेंट कॉर्पाेरेशन के प्रतिनिधियों ने बायर्स को इस खूबसूरत राज्य के हिल स्टेशंस व बीच टूरिज्म के बारे में जानकारी दी और राज्य में विजिट करने के लिए सितंबर मध्य से फरवरी तक को श्रेष्ठ समय बताया।
’इनबाउंड टूरिज्म इन इंडिया – अनलॉकिंग द पोटेंशियल’ पर नॉलेज पेपर-
जीआईटीबी के 12 वें संस्करण में ’इनबाउंड टूरिज्म इन इंडिया – अनलॉकिंग द पोटेंशियल’ पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई। फिक्की और नांगिया एंडरसन एलएलपी द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट का उद्देश्य भारत में इनबाउंड टूरिज्म के वर्तमान परिदृश्य के बारे में ध्यान आकर्षित करना है। रिपोर्ट में क्रूज टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म से लेकर गोल्फ और पोलो टूरिज्म के साथ-साथ फिल्म टूरिज्म और रूरल टूरिज्म पर भी विस्तार से चर्चा की गई है।
पर्यटन क्षेत्र के संबंध में विजन 2047 पर प्रकाश
इस तरह के पेपर के महत्व के बारे में बात करते हुए फिक्की टूरिज्म एवं आर्ट एंड कल्चर कमेटी के चेयरमैन दीपक देवा ने कहा की इस रिपोर्ट का कंटेंट पर्यटन उद्योग से संबंधित लोगों को आकर्षित करने वाला होगा। यह रिपोर्ट भारत में इनबाउंड टूरिज्म के वर्तमान परिदृश्य, इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा की जा रही पहलों, भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न विशिष्ट पर्यटन उत्पादों, भारत की जी-20 पर्यटन प्राथमिकताओं और पर्यटन क्षेत्र के संबंध में विजन 2047 पर प्रकाश डालती है।”